बचत के प्रकार - समय हो या पैसे, सभी तरह के बचत का अपना महत्व होता है। मानव के जिंदगी में समय और पैसे की बचत ही सबसे बड़ी महत्वपूर्ण होती है, इसलिए इस लेख में बचत के प्रकार के साथ पैसे और समय की बचत के बारे में विस्तार से लिखा गया है। ये लेख आपकी जिंदगी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाला है, इसलिए दिल से पढियेगा और सभी घर से सदस्यों को पढ़ने को बोलना है।
क्या आप paise ki bachat kaise kare hindi mein जानते है? जिसको पैसे की कीमत पता होती है वही असली जिंदगी जीता है। दोस्तों पैसे कमाना आसान है, पर बचाना उतना ही कठिन है।
पैसे वही बचाता है जिसको पैसे की कीमत पता होती है। पैसे बचाना सभी को नहीं आता है, इसीलिए अमीर और गरीब होते है।
एक वो लोग जो कमाई करके सिर्फ खर्च करते है और दूसरे वो लोग जो कमाई करने के बाद बचत के बारे में भी सोचते है और बचत करते है।
जिनगी को अच्छी तरह से जीने के लिए बचत बहुत ही जरुरी है। इस लेख के माध्यम से सभी बचत के तरीकों को बताया गया है जो सभी के लिए जरुरी है।
बचत के बारे में जानने से पहले इन प्रश्नों के उत्तर की जानकारी होनी चाहिए।
Bachat ke Prakar
मुझे पैसे बचाना कब शुरू करना चाहिए?
पैसे की बचत शुरू करने की कोई आयु निर्धारित नहीं है। इसे जितनी जल्दी हो सके शुरू कर देना चाहिए। आप जितनी जल्दी बचत करना शुरू करते हैं, उतना ही अधिक बचत कर पाएंगे और बुढ़ापे में अधिक बचत आपकी जिंदगी को और बेहतर बना सकता है।
मुझे कितना पैसा बचाना चाहिए था?
किसी की भी इच्छा की सिमा नहीं होती। जितनी जरुरत हो, उतनी बचत भी जरुरी है। आपकी क्या - क्या खरीदने की इच्छा है? उसी के अनुसार आपको भविष्य में पैसे की जरुरत भी पड़ेगी। इसलिए पैसे की बचत भी उसी अनुसार होती चाहिए ताकि आप अपनी इच्छाओं की पूर्ति कर सकें।
अधिकांश वित्तीय विशेषज्ञ यह सुझाव देते हैं कि आपको महीने के खर्च के बराबर बचत की आवश्यकता है। वैसे 20 प्रतिशत कम से कम बचत होनी ही चाहिए। इससे ज्यादा बचत कर सकते है, परन्तु मासिक आय का 20% से कम बचत नहीं होनी चाहिए।
मुझे हर महीने कितनी बचत करनी चाहिए?
अपनी मासिक तनख्वाह का 20% की बचत करना है। यह एक लोकप्रिय बजट नियम है जिसे 50/30/20 के रूप में जाना जाता है, जिसका अर्थ है कि आप अपनी तनख्वाह का 50% अपनी ज़रूरत की चीज़ों के लिए खर्च करें, 30% अपनी इच्छा की पूर्ति वाली चीज़ों के लिए और 20% बचत या निवेश के लिए बजट बनायें।
बचत के प्रकार - Types of Saving in India
- ऐच्छिक बचत
- अनिवार्य बचत
- बाह्य बचत
Alp Bachat ke Prakar
- अल्प अवधि बचत
- दीर्घ अवधि बचत
- बैंकों की अल्प बचत योजना
- बिमा अल्प बचत योजना
- डाकघर अल्प बचत योजना
Finance Tips and Tricks
ये ब्लॉग पोस्ट वित्त सम्बंधित है जिसके जरिये आपको बचत के बारे में बताया जा रहा है।
बचत करने के मुख्य साधन कौन कौन से हैं?
सभी लोगों में बचत करने के अलग - अलग तरीके हो सकते है, परन्तु कुछ बचत करने के मुख्या साधन होते है जो आपकी बचत को कई गुना बढ़ा सकते है। ये तरीके निचे दिए गए है जिनको पढ़कर जरूर अपनाये।
1. ब्रांड के प्रति प्रेम को छोड़ना पड़ेगा - जो वस्तु ब्रांड की खरीदते है वही वस्तु बाजार में बिना ब्रांड वाली खरीद कर आप बहुत सारा पैसा बचा सकते है। ब्रांड के चक्कर में अपनी जॉब को खाली नहीं करनी चाहिए।
2. क्रेडिट कार्ड का सही इस्तेमाल करें। अक्सर क्रेडिट कार्ड से बिल का भुगतान करते समय आपको एहसास भी नहीं होगा की कितना खर्चा क्या है? पैसा खर्च होते हुए अहसास भी नहीं होता और क्रेडिट कार्ड का बिल चुकाने के समय पसीना आ जाता है। ऐसी आदतें आपको बचत को कम कर देती है, इसलिए आपको क्रेडिट कार्ड का सही से इस्तेमाल करना चाहिए।
3. 10 days रूल को अप्लाई करें। - अगर आप खरीददारी करने से पहले 10 दिन तक रुक जाते है तो आपको बहुत बड़ा फायदा होगा जिसका आपको एहसास भी नहीं है। जो जल्दी बजी में चीजें खरीदनी रहे थे उनका 10 दिन में पता चल जाता है कि खरीदना है या नहीं। कभी - कभी ऐसी चीजें खरीदने से जो धन खर्च हो रहा था, वो बचत हो जायेगा।
4. किराये पर अंकुश लगाएं - आप जिस घर में किराये से रह रहे है उससे कम किराये पर घर खोजें और अपनी बचत जो बढ़ाने में सहयोग करें। शहर से थोड़ा बाहर की तरफ बड़ा घर भी कम किराये में मिल जाता है।
5. ब्याज लागत को घटाएं। आपने कोई लोन ले रखा है तो आपको उसकी मासिक किस्त को कम करने के बारे में कदम उठाएं।
सैलरी से पैसे कैसे बचाएं?
वेतनभोगी के लिए बचत के तरीके -
- एक अलग बचत खाता बनाएं।
- अपनी बचत को स्वचालित करें।
- बिलों का भुगतान सही समय पर करें।
- अनावश्यक सेवाओं की सदस्यता (सब्सक्रिप्शन) को रद्द करें।
- क्रेडिट कार्ड या पर्सनल लोन का उपयोग न करें।
- फ़िज़ूलख़र्ची से बचें।
- सुकन्या समृद्धि योजना
- वरिष्ठ नागरिक बचत योजना
- PPF : पीपीएफ अकाउंट योजना
- NSC: राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र योजना
- किसान विकास पत्र